भारतीय जनता पार्टी ने टोंक विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी को बदलते हुए वहां से यूनुस खान को मैदान में उतारा है। इस सीट पर खान का मुकाबला कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से होगा। भाजपा ने सोमवार को जारी प्रत्याशियों की अपनी अंतिम सूची में यूनुस खान का नाम टोंक सीट से शामिल किया। पार्टी ने इससे पहले यहां से मौजूदा विधायक अजित सिंह मेहता को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की थी।
लेकिन कांग्रेस ने जब मुस्लिम बहुल टोंक सीट से पायलट को उतारने की घोषणा की तो यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि भाजपा यहां अपने प्रत्याशी को बदलकर यूनुस खान को उतार सकती है। दरअसल वसुंधरा राजे सरकार में कद्दावर मंत्री रहे यूनुस खान इस समय डीडवाना से विधायक है। पार्टी ने अब तक जारी अपनी तीन सूचियों में उनका नाम ही शामिल नहीं किया था। अपनी पांचवीं सूची में पार्टी ने टोंक से मेहता व खेरवाड़ा से शंकर लाल खराड़ी का नाम वापस लिया है।
मेहता की जगह यूनुस खान तथा शंकरलाल की जगह नानाला आहरी को प्रत्याशी बनाया है। इसके साथ ही पार्टी ने कोटपूतली से मुकेश गोयल, बहरोड़ से मोहित यादव, करौली से ओपी सैनी, केकड़ी से राजेंद्र विनायक व खींवसर से रामचंद्र उत्ता को उम्मीदवार घोषित किया है। राज्य की 200 विधानसभा सीटों के लिए सात दिसंबर को मतदान होगा। नामांकन का आज यानी सोमवार आखिरी दिन है।
बता दें कि रविवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी चौथी सूची जारी कर दी थी। अपनी चौथी सूची में पार्टी ने 24 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। इस से पहले भाजपा ने शनिवार को भी 8 उम्मीदवारों की घोषणा की थी। जिसमें सवाई माधोपुर से विधायक दीया कुमारी की जगह आशा कुमारी मीणा को टिकट दिया गया है। हाल ही में भाजपा में शामिल होने वाले रामकिशोर सैनी को बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है।
मालूम हो कि भाजपा की पहली सूची में 131 और दूसरी सूची में 31 उम्मीदवारों की घोषणा की गई थी। इसके बाद पार्टी ने शनिवार को 8 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया था। झालरापाटन के मैदान में वसुंधरा राजे और मानवेंद्र सिंह आमने-सामने होंगे।