भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी से नाराज चल रहे उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार में सहयोगी दल के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर को मुलाकात के लिए दिल्ली बुलाया है। इससे पहले राजभर ने सोमवार को कहा था कि यदि उनसे अमित शाह ने बात नहीं की तो उनकी पार्टी राज्यसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी।
ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भाजपा की सहयोगी दल है और उसके चार विधायक हैं। उनकी नाराजगी का आलम यह है कि सरकार के एक साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में वह शामिल नहीं हुए। इसके बाद उनका मानमनौवल शुरू हो गया।
राजभर ने सोमवार को कहा था की निकाय चुनाव में हमने भाजपा से सीटें मांगी, नहीं दी गई। इसके चलते अकेले लड़ना पड़ा। भाजपा चाहती है कि उनकी पार्टी उसमें शामिल हो जाए। साफ शब्दों में कहा कि मैं पार्टी में नहीं जाऊंगा। उप चुनाव में एक बार भी नहीं पूछा गया और न ही मंच से उनकी पार्टी का नाम लिया गया। कहा, भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में अनिल अग्रवाल को उतारा है। भाजपा कह सकती थी वोट देना है…, हमारे पास चार विधायक हैं…, लेकिन पर्चा भरने के समय बुलाना तक मुनासिब नहीं समझा गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से बात करने की कोशिश की, लेकिन बता नहीं की। राज्यसभा में अखिलेश यादव का साथ दिए जाने के सवाल पर कहा कि उनसे कोई बात नहीं हुई है। भाजपा गठबंधन का धर्म नहीं निभा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार का सारा ध्यान सिर्फ मंदिर पर है न कि गरीबों के कल्याण पर जिन्होंने वोट देकर सत्ता दी।