फैशन डिजाइनर ने जिस शख्स को जेल से निकाला उसी ने ली जान

फैशन डिजाइनर ने जिस शख्स को जेल से निकाला उसी ने ली जान

उसने अपनी बहन के साथ लंबी बातचीत को यह कहते हुए विराम दिया कि वह ”बिग बॉस देखने के बाद वापस से फोन करेगी लेकिन यह कभी हो नहीं पाया। करीब एक घंटे बाद फैशन डिजाइनर माला लखानी की कथित तौर पर उनके ही दर्जी द्वारा हत्या कर दी गई जिसे उन्होंने जेल से निकलवाने में मदद की थी। यह बात माला की बहन आरती शर्मा ने शुक्रवार को कही।

सफदरजंग अस्पताल के शवगृह के बाहर अपनी बहन के शव का इंतजार कर रहीं आरती के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। माला (53) और उनके घरेलू सहायक बहादुर की उनके वसंतकुंज स्थित घर पर हत्या कर दी गई थी।

आरती ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”मेरी रात करीब सवा आठ बजे (बुधवार को) उससे बात हुई। इसके बाद मैंने दोबारा बात की और रात नौ बजकर 50 मिनट पर हमनें बात खत्म की। वह मेरी बेटी से बात करना चाहती थी लेकिन बाद में कहा कि वह ‘बिग बॉस खत्म होने के बाद हमें फोन करेगी। लेकिन उसका फोन नहीं आया।

हत्याओं के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है– माला के दर्जी राहुल अनवर (24), उसका भाई रहमत (24) और उसका दोस्त वसीम (25)। माला को परिवार के लोग ‘मीनू के तौर पर जानते थे। आरती ने कहा कि माला ने ही राहुल को जेल से निकलवाने में मदद की थी जब वह छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार था।

पुलिस ने कहा कि अनवर को 2017 में कथित तौर पर रंगपुरी पहाड़ी इलाके में एक नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार किया गया था। आरती ने कहा, ”वह हमेशा कहती थी कि अनवर मेरे ‘बच्चे जैसा है।

 

गोवा में विला खरीदना चाहती थी फैशन डिजायनर
सफदरजंग अस्पताल में शवगृह के बाहर इंतजार कर रही फैशन डिजायनर माला लखानी की बड़ी बहन आरती ने कहा कि पीड़िता का घरेलू सहायक बहादुर हमेशा उससे कहता था कि ”हम साथ मरेंगे। गौरतलब है कि हादसे में माला के साथ उसके घरेलू सहायक की भी हत्या कर दी गई है।

परिवार के सदस्यों ने बताया कि ग्रीन पार्क में तुलसी क्रीएशन नामक एक बुटिक चलाने वाली माला की योजना डिजायनिंग छोड़ कर मिट्टी के बर्तन बनाने की कला सीखने और गोवा में एक विला खरीदने की थी। उन्होंने कहा कि बहादुर के शब्द अब लगभग भविष्यवाणी प्रतीत हो रही है।

50 वर्षीय बहादुर और 53 वर्षीय माला का शव दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज इंक्लेव इलाके में उसके घर से बरामद किये गये। बहादुर, माला को अपनी बहन की तरह मानता था।

बकाया लंबित रहने को लेकर एक विवाद के बाद माला के दर्जी और उसके दो साथियों ने धारदार हथियार से यह हत्या कर दी। आरती ने कहा, ‘बहादुर हमेशा मजाक में कहता था कि वह माला के साथ मरेगा। वह बचपन से हमारे साथ रह रहा था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी गई।

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