आयरलैंड में सामने आए एक ताजा मामले में बलात्कार के एक आरोपी को रिहा करने के विरोध में सोशल मीडिया पर जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस मामले में बचाव पक्ष के वकील ने अदालत में पीड़िता के अंतर्वस्त्र को सबूत के तौर पर पेश किया और दलील दी की जो कुछ हुआ पीड़िता की सहमति से हुआ। मामले में आरोपी को बरी किए जाने के बाद आयरलैंड की महिलाएं अंतर्वस्त्र की तस्वीरों को t (यह सहमति नहीं है) हैशटैग के साथ ट्वीट कर रही हैं। अब यह हैशटैग सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर ट्रेंड कर रहा है। साथ ही बड़ी संख्या में महिलाएं इस कैंपेन का हिस्सा बन रही हैं। सिर्फ इतना ही कई जगहों पर लोगों ने सड़कों पर उतर कर भी विरोध जताया।
महिला सांसद ने संसद में लहराया अंतर्वस्त्र
बलात्कार के एक आरोपी की रिहाई के खिलाफ एक महिला सांसद ने आयरलैंड की संसद में अंतर्वस्त्र लहराकर विरोध जताया। सांसद रूथ कॉपिंगर ने भी इस कैंपेन को अपना समर्थन दिया। वह नीले रंग का एक अंतर्वस्त्र लेकर संसद पहुंचीं। उन्होंने संसद में अंतर्वस्त्र दिखाते हुए कहा, ‘सदन में अंतर्वस्त्र लहराना शर्मनाक लग सकता है। लेकिन हमें सोचना होगा कि जब एक महिला का अंतर्वस्त्र अदालत में प्रदर्शित किया गया तब उसे कैसा महसूस हुआ होगा।’
क्या था पूरा मामला
यह मामला 17 साल की एक लड़की के साथ बलात्कार का है, जिसमें 27 वर्षीय एक व्यक्ति को आरोपी बनाया गया था। इसे केस में कोर्क की अदालत ने 6 नवंबर को आरोपी की वकील की यह दलील मान ली कि लड़की ने सहमति से यौन संबंध बनाया था। वकील ने लड़की का एक अंतर्वस्त्र(थॉन्ग) अदालत के सामने रखते हुए कहा था कि यह पर्याप्त सबूत है कि लड़की आरोपी के प्रति आकर्षित थी और यह सहमति से संबंध का मामला था। इस पर कोर्ट ने आरोपी को बरी कर दिया था।
सोशल मीडिया पर इस मसले को लेकर लोगों ने तीखा विरोध जताया। खासकर महिलाओं ने अपने अंतर्वस्त्र के फोटो #ThisIsNotConsent (यह रजामंदी नहीं है) हैशटैग के साथ ट्वीट करना शुरू कर दिया। विरोध का सिलसिला जारी है। कई स्थानों पर लोगों ने सड़कों पर उतर कर भी विरोध जताया है।