जॉन कॉर्निन अमेरिकी सीनेटर हैं। उन्होंने 17 जुलाई को एक ट्वीट करते हुए दावा किया कि आज की तारीख में ताइवान में 30 हजार और साउथ कोरिया में 28 हजार अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं। यह सुनकर चीन भड़क गया है। ग्लोबल टाइम्स चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का भोंपू अखबार है। अखबार ने अपने एक संपादकीय में लिखा है कि अगर ऐसा है तो चीनी सरकार और चीनी जनता इसे कभी नहीं स्वीकार करेगी। अखबार ने लिखा है, ‘ताइवान में अमेरिकी सैनिकों के होने से उन समझौतों का गंभीर उल्लंघन होता है जब चीन और अमेरिका ने अपने बीच डिप्लोमैटिक संबंध स्थापित किए थे। यह
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पाकिस्तान के लिए उल्टा ना पड़ जाए दांव, इमरान खान के मंत्री ने किया तालिबान से डील का दावा
तालिबान को कठपुथली की तरह इस्तेमाल करते हुए अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने का सपना पाल रहे पाकिस्तान के लिए यह दांव उल्टा भी पड़ सकता है। अफगानिस्तान के जेलों में बंद रहे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकी बाहर आने लगे हैं और आशंका जताई जा रही है कि ये पश्तूनी आतंकी तालिबान के साथ मिलकर इमरान खान की नाक में दम कर सकते हैं। इस बीच, पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख राशिद ने कहा है कि इसने टीटीपी को लेकर अफगान तालिबान को भरोसे में लिया है। साथ ही उम्मीद जताई कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के
ओमान में बचेगी गनी की जान! ताजिकिस्तान ने नहीं उतरने दिया विमान, अमेरिका जाने की है तैयारी
ने कल अपगानिस्तान की राजधानी काबुल में एंट्री मारी। राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए। हालांकि ताजिकिस्तान ने उनकी फ्लाइट की लैंडिंग की इजाजत नहीं दी। इसके बाद से अशरफ गनी ओमान में हैं। वे यहां से अमेरिका जा सकते हैं। अफगानिस्तान के सुरक्षा सलाहकार मोहिब भी ओमान में गनी के साथ हैं। इससे पहले, अशरफ गनी ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान को खून-खराबे से बचने के लिए देश छोड़ दिया। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और राष्ट्रीय सुलह के लिए उच्च परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला एक समावेशी सरकार के लिए तालिबान
अफगानिस्तान: महिला अधिकारों को लेकर चिंता
तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के साथ ही देश में महिला अधिकारों को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो गई है. पिछले 20 सालों में जो तरक्की महिलाओं ने हासिल की है वह हाथों से निकलती दिख रही है.अफगानिस्तान में कई लोगों को डर है कि तालिबान महिलाओं को मिले अधिकारों को वापस ले लेगा और जातीय अल्पसंख्यक, पत्रकारों और एनजीओ को उनके काम से रोकेगा. अफगानों की एक पूरी पीढ़ी एक आधुनिक, लोकतांत्रिक देश के निर्माण की उम्मीदों पर पली-बढ़ी. युवाओं ने बेहतर भविष्य के सपने देखे थे लेकिन तालिबान की वापसी जितनी तेजी हुई है वह सपने मुरझा रहे
अब अफगान के पास प्रमुख शहरों में बचा केवल काबुल, जलालाबाद पर भी तालिबान का कब्जा, खतरा और बढ़ा
अफगानिस्तान में का कब्जा बढ़ता ही जा रहा है और आतंकी संगठन काबुल के और नजदीक पहुंच चुका है। दो दशक की लड़ाई के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटों बलों की संपूर्ण वापसी से पहले तालिबान देश पर हर ओर से कब्जा करता जा रहा है, राजधानी काबुल तेजी से अलग-थलग पड़ती जा रही है। आज यानी रविवार सुबह आतंकी संगठन तालिबान ने जलालाबाद पर कब्जा कर लिया जिसके कारण काबुल देश के पूर्वी हिस्से से कट गया है। काबुल के अलावा जलालाबाद ही ऐसा इकलौता प्रमुख शहर था जो तालिबान के कब्जे से बचा हुआ था। अब अफगानिस्तान
सत्ता बदली तो सुर भी बदला, नेपाल बोला- स्पेशल पड़ोसी के रूप में चीन कभी नहीं ले सकता भारत की जगह
नेपाल में नेपाली कांग्रेस की सरकार है। शेर बहादुर देउबा को पीएम बने 13 अगस्त को एक महीने हुए हैं। इससे पहले केपी शर्मा ओली पीएम थे। उनके पीएम रहते भारत-नेपाल के बीच संबंधों में खटास आई थी। अब नेपाली कांग्रेस ने भारत और चीन को लेकर कहा है कि चीन एक ‘स्पेशल’ पड़ोसी के रूप में भारत की जगह नहीं ले सकता। पार्टी ने लिम्पियाधुरा-कालापानी-लिपुलेख मसले को बातचीत के जरिए सुलझाने पर जोर दिया है। हाल ही में पीएम देउबा ने अपने गठबंधन के सहयोगियों से मिलकर साझा न्यूनतम कार्यक्रम शुरू किया है। नेपाल ने पिछले साल लिम्पियाधुरा-कालापानी-लिपुलेख इलाके
अफगानिस्तान में तांडव मचा रहा तालिबान काबुल के और करीब पहुंचा, लोगार प्रांत पर किया कब्जा
अफगानिस्तान में एक बाद एक नए शहरों पर कब्जा जमा रहे को एक और कामयाबी मिली है। हेरात, कंधार, हेलमंद के बाद अब तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के दक्षिण में स्थित लोगार प्रांत पर कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान के एक सांसद होमा अहमदी ने कहा कि तालिबान ने पूरे प्रांत पर कब्जा कर लिया है, जिसमें उसकी राजधानी भी शामिल है और वह शनिवार को पड़ोसी काबुल प्रांत के एक जिले में पहुंच गया। बता दें कि तालिबान देश के समूचे दक्षिणी भाग पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया और धीरे-धीरे काबुल की तरफ बढ़ रहा है।
हमारा दूतावास जलाकर 11 सितंबर के हमले की बरसी मनाएगा तालिबान, अमेरिका सांसद ने जो बाइडेन को दी नसीहत
राष्ट्रपति जो बाइडेन से एक अमेरिकी सांसद मिच मैककॉनेल ने अपील की है कि अफगानिस्तान की सरकार को 31 अगस्त के बाद भी हवाई हमलों के जरिए मदद जारी रखें। मिच मैककॉनेल ने कहा कि यदि हम ऐसा नहीं करते हैं तो फिर अलकायदा और तालिबान काबुल पर भी कब्जा जमा लेंगे और हमारे दूतावास को फूंक देंगे। अमेरिका सांसद ने कहा कि ऐसे ही हालात रहे तो जल्दी ही काबुल पर कब्जा करके तालिबान हमारे दूतावास को जला देंगे और इस तरह से 11 सितंबर, 2001 को हुए आतंकी हमले की 20वीं बरसी मनाएंगे। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
तालिबान के इलाके से एयरलिफ्ट किए गए तीन भारतीय इंजीनियर, सरकार बोली- सब निकल आएं
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित भारतीय दूतावास ने बताया है कि तालिबान के कब्जे वाले इलाके से तीन भारतीय इंजीनियरों को बचाया गया है। ये इंजीनियर एक डैम प्रोजेक्ट साइट पर काम कर रहे थे जहां से इन्हें एयरलिफ्ट करके सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया है। 12 अगस्त को भारत सरकार ने अफगानिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है। अफगानिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों से कहा है कि वह बताए गए उपायों का सख्ती से पालन करें। अफगानिस्तान में बढ़ रही हिंसा को लेकर भारत सरकार ने चौथी बार सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है।
तालिबान की भाषा बोल रहा पाकिस्तान, कहा- अशरफ गनी के इस्तीफा दिए बिना कोई बात नहीं
अफगानिस्तान में और अफगान सेना के बीच लड़ाई जारी है। इस सबके बीच पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने ऐसा कुछ कह दिया था है जिससे तालिबान का मनोबल और बढ़ जाएगा। इमरान खान ने कहा है कि जब तक अशरफ गनी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बने रहेंगे तब तक तालिबान, अफगानिस्तान सरकार से बात नहीं करेगा। तालिबान की भाषा बोल रहे इमरान खान इस्लामाबाद में मीडिया से बात करते हुए इमरान खान ने कहा है कि मौजूदा हालात में अफगानिस्तान में कोई राजनीतिक समझौता मुश्किल दिख रहा है। मैंने तीन-चार महीने पहले तालिबान को मानाने की कोशिश की थी लेकिन