श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और श्री गणेश चतुर्थी व्रत

इस सप्ताह है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और श्री गणेश चतुर्थी व्रत, वहीं आज से शुरू हो रहे हैं पंचक। यहां पढ़ें 28 अगस्त से 3 सितंबर तक के व्रत और त्योहार 28 अगस्त (मंगलवार) कज्जली तृतीया व्रत। पंचक जारी है। 29 अगस्त (बुधवार) कज्जली तीज (कजरी)। तीजड़ी (सिन्धी)। 30 अगस्त (गुरुवार) संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत। बहुला चतुर्थी। पंचक समाप्त रात्रि 8 बज कर 1 मिनट पर। 31 अगस्त (शुक्रवार) रक्षा पंचमी (उड़ीसा)। श्री माधव देव की तिथि (असम)। चंद्र षष्ठी (मरुस्थल में)। 1 सितंबर (शनिवार) हल षष्ठी (ललही छठ)। 2 सितंबर (रविवार) श्री शीतला सप्तमी व्रत। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत स्मार्तों

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Raksha Bandhan 2021:

भाई-बहनों के प्यार का त्योहार है रक्षा बंधन। बचपन में भाई-बहनों के एक साथ बिताए पल भूलाए नहीं भूलते। रक्षा बंधन ही है जिस दिन आप अपनी बहन या भाई को यह जता सकते हैं कि वो आपके लिए कितने स्पेशल है। रक्षा बंधन के लिए बहनें भी कई दिनों पहले से तैयारियां शुरू कर देती हैं। इस दिन अगर आपका भाई और बहन एक दूसरे से दूर हैं और तो आप एसएमएस और इन शुभकामना संदेशों के जरिए अपनी बहन को हैप्पी रक्षा बंधन विश कर सकते हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर भी भाई रक्षा बंधन पर अपनी बहन के लिए मैसेज

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Happy Raksha Bandhan 2021

भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार 26 अगस्त को मनाया जाएगा। यह त्यौहार हर हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्रवण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है जिसमें भाई अपने बहन को रक्षासूत्र बांधती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। इसके बदले में भाई अपनी बहन की रक्षा का बचन देता है। रक्षाबंधन को राखी, कजली आदि नामों से जाना जाता है। इस त्यौहार को लेकर देश अलग-अलग भागों में अलग अलग मान्यताएं हैं। पंडितों के अनुसार राखी बांधने का मुहूर्त: 26 अगस्त को शुभ मूहुर्त सुबह 5:59 बजे से शाम 5:25 बजे तक है।

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रक्षा बंधन 2021: इस बार नहीं है भद्रा,

भाई-बहन के प्रेम का त्योहार रक्षा बंधन श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार यह 26 अगस्त रविवार के दिन है। ज्योतिष के अनुसार इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा नहीं हैं। यही नहीं इस बार करीब 11 घंटे तक राखी बांधने का मुहूर्त है। दरअसल ज्योतिष के मुताबिक इस बार भद्रा नक्षत्र सूर्योदय से पहले ही खत्म हो रही है। इसलिए राखी बांधने के समय भद्रा नहीं रहेगा। ज्योतिष के मुताबिक भद्रा में राखी नहीं बांधी जाती। राखी बांधने का मुहूर्त: शुभ मूहुर्त सुबह 5:59 बजे से शाम 5:25 बजे तक इस बार बहने शाम 5 बजकर 12

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श्रेष्ठ संतान का वर देता है पुत्रदा एकादशी व्रत

पुत्रदा एकादशी व्रत से गाय के महत्व का पता चलता है। गाय में तो वैसे भी सभी देवी-देवताओं का वास माना गया है। पद्म पुराण श्रेष्ठ संतान और ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए पुत्रदा एकादशी व्रत करने को प्रेरित करता है। इस एकादशी को पवित्रा और पापनाशिनी एकादशी भी कहते हैंं। संतानहीन इस व्रत से संतान प्राप्त कर सकता है। इस व्रत से लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं। शिवजी भी प्रसन्न होते हैं, क्योंकि यह उनके प्रिय श्रावण मास में आती है। संभव हो तो इस दिन शिव जी का अभिषेक जरूर करें। यह व्रत पौष और श्रावण माह के शुक्ल

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पूजा में दीपक जलाना माना जाता है शुभ,

भारतीय सभ्यता में दीपक जलाने का प्रमाण कई हजार वर्ष पुराना है। हिन्दू धर्म और वेदों में अग्नि को देवतास्वरूप माना जाता है। साथ ही पूजा या किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान के सामने दीपक जलाना महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसके पीछे का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण क्या है। धार्मिक कारण दीपक को रोशनी का प्रतीक माना जाता है, साथ ही सकारात्मकत लाने और दरिद्रता दूर करने वाला भी समझा जाता है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार पूजा में भगवान के सामने दीपक जलाना जरूरी है। क्योंकि इससे घर में सुख-समृद्धि आती है

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जन-जन के कवि हैं गोस्वामी तुलसीदास

महान ग्रंथ श्रीरामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास ने कुल 12 ग्रंथों की रचना की। सबसे अधिक ख्याति उनके द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस को मिली। श्रीरामचरितमानस के बाद हनुमान चालीसा उनकी लोकप्रिय रचना है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित ग्रंथों में श्रीरामचरितमानस, कवितावली, जानकीमंगल, विनयपत्रिका, गीतावली, हनुमान चालीसा, बरवै रामायण इत्यादि प्रमुख हैं। तुलसीदास को जन-जन का कवि माना जाता है। रामचरितमानस की रचना उन्होंने अवधी भाषा में की। उनके पिता का नाम आत्माराम और माता का नाम हुलसी देवी था। कहा जाता है कि जन्म के समय तुलसीदास रोये नहीं और उनके मुख में पूरे 32 दांत थे। उनके बचपन का नाम

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देव नागों का स्मरण देता है सर्प भय से मुक्ति

विरले ही होते हैं, जो सांप से नहीं डरते। अगर आपके मन में भी सांप का डर है तो सुबह उठते ही अनंत, वासुकि, शेष, पद्म, कंबल, अश्वतर, शंखपाल, धृतराष्ट्र, तक्षक, कालिया और पिंगल इन 12 देव नागों का स्मरण कीजिए। आपका भय तत्काल खत्म होगा। ‘ऊं कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा’ मंत्र का जाप लाभदायक होता है। नाम स्मरण करने से धन भी मिलता है। साल के बारह महीनों, इनमें से एक-एक नाग की पूजा करनी चाहिए। इस बार नाग पंचमी 15 अगस्त को है। अगर राहु और केतु आपकी कुंडली में अपनी नीच राशियों- वृश्चिक, वृष, धनु और मिथुन में

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Hariyali Teej 2021:

सावन के सोलह सोमवार और हरियाली तीज, इस बार यह अनोखा संयोग है कि सोमवार के दिन हरियाली तीज पड़ रही है। इसलिए हरियाली तीज का महत्त्व बढ़ गया है हरियाली तीज है भगवान शिव और पार्वती के मिलन का त्योहार। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी कामना के लिए शिव और पार्वती की पूजा करते हैं। इस दिन कुंवारी कन्याएं भी विवाह के लिए भगवान शिव की आराधना करती हैं। कहते हैं सावन के सोमवार और हरियाली तीज पर भगवान शिव की आराधना करने से हर मनोकामना पूरी होती है। यही नहीं भगवान शिव और पार्वती की पूजा से

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solar eclipse live streaming देखने के लिए कुछ घंटों का इंतजार

खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले हजारों लोग सूर्यग्रहण का लाइव प्रसारण देखने के लिए बेताब रहते हैं। इसका कारण यह भी हो सकता है कि कुछ देशों में यह ग्रहण नहीं दिखेगा तो कुछ लोगों का मानना है कि इंटरनेट पर सूर्यग्रहण लाइव देखना सुरक्षित रहता है। पिछले महीने 27 जुलाई को जब 104 मिनट से ज्यादा लंबा चंद्रग्रहण पड़ा था तब नासा की टेलीस्कोप सर्विस एजेंसी स्लूह और रॉयल अब्जर्वेटरी ग्रीनविच ने इसे लाइव प्रसारित किया था। एक रिपोर्ट के अनुसार इस लाइव प्रसारण को 18000 से ज्यादा लोगों ने एक साथ देखा था। यूट्यूब में ग्रहण के वीडियो

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