तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और वाईएसआर कांग्रेस आज केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। अपने चार सालों के कार्यकाल में मोदी सरकार की यह पहली अग्नि परीक्षा है। हालांकि मोदी सरकार को पूरा विश्वास है कि उसे कोई खतरा नहीं है। यहां जानिए इस मामले से जुड़ी 10 खास बातें – 1. 50 सांसदों का समर्थन जरूरी: संसद सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव पर 3 नोटिस मिले हैं, जिनमें से 1 YSRCP और 2 TDP ने दिए हैं। संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए कम से कम 50 सांसदों का समर्थन हासिल होना चाहिए।
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अविश्वास प्रस्ताव से मोदी सरकार को कितना खतरा?
चार सालों में आज मोदी सरकार की पहली अग्निपरीक्षा है। तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और वाईएसआर कांग्रेस आज मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। लेकिन सवाल यह है कि क्या इस प्रस्ताव से सरकार के गिरने का कोई खतरा है या नहीं? दरअसल मौजूद समीकरणों के हिसाब से इस प्रस्ताव से मोदी सरकार को कोई खतरा नहीं है। मोदी सरकार ने भी भरोसा जताया है कि अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस स्वीकार कर लिये जाने पर भी लोकसभा में उसकी संख्या बल के कारण प्रस्ताव औंधे मुंह गिर जाएगा। दरअसल लोकसभा में मौजूदा सदस्यों की संख्या 539 है।
हमारा काम सीनियर नेताओं और युवाओं को जोड़ना है- राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पार्टी के महाधिवेशन को संबोधित किया। इस अधिवेशन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमारा काम पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और युवाओं को जोड़ना है। बिना सीनियर नेताओं के कांग्रेस पार्टी आगे नहीं बड़ सकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर काम देश के सभी लोगों, धर्मों और समुदायों के लिए करती है। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। राहुल ने कहा कि अभी देश को बांटने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे देश को बांटते हैं और हम प्यार का प्रयोग करते हैं। हम भाइचारे का
अमित शाह आंध्र इकाई के साथ करेंगे बैठक, रणनीति बनाने में जुटी भाजपा
वाईएसआर कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद भाजपा में आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। अध्यक्ष अमित शाह पार्टी की आंध्र प्रदेश इकाई के कोर समूह के साथ आज शनिवार को बैठक कर सकते हैं। शाह आंध्र प्रदेश में राजनीतिक स्थिति की समीक्षा करेंगे और राज्य में पार्टी के विकल्पों पर रणनीति बनाएंगे। आपको बता दें कि यहां लोकसभा की 25 सीटें हैं और अगले वर्ष लोकसभा चुनावों के साथ यहां विधानसभा चुनाव भी होने हैं। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर टीडीपी और
अब @OfficeOfRG नहीं ये है राहुल गांधी का नया ट्विटर हैंडल
कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद आज दिल्ली में राहुल गांधी ने पहली बार कार्यकर्ताओं को संबोधित किया उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो भी काम करेगी, वह पूरे देश के लिए करेगी, हर व्यक्ति के लिए करेगी। देश थका हुआ है और रास्ता तलाश रहा है। देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी रास्ता दिखा सकती है। अब दोपहर में वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी भी महाधिवेशन को संबोधित करेंगी। आपको बता दें कि महाधिवेशन में भाषण से पहले राहुल गांधी ने ट्विटर पर भी अपना पता बदल दिया है। राहुल पहले ट्विटर पर @OfficeOfRG के अकाउंट से ट्विट करते रहे हैं। अब इस अकाउंट का नाम
NDA से अलग हुई TDP और कांग्रेस ने किया समर्थन
लोकसभा चुनाव से महज एक साल पहले आंध्र प्रदेश की तेलुगू देशम पार्टी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को बड़ा झटका देते हुए साथ छोड़ दिया है। केन्द्र में दो प्रतिनिधियों के मोदी सरकार के कैबिनेट से इस्तीफे के एक हफ्ते बाद 16 सांसदों वाली टीडीपी ये यह फैसला किया है। एनडीए से अलग होने का टीडीपी का यह फैसला पार्टी पोलित ब्यूरो की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने के चलते एन. चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली टीडीपी और अन्य स्थानीय पार्टियां केन्द्र सरकार से काफी नाराज हैं। हालांकि, एनडीए
गोरखपुर-फूलपुर के नतीजों से मिला 2019 का फॉर्मूला
लोकसभा उप चुनावों में भाजपा की हार और विपक्षी दलों के उम्मीदवारों की जीत का असर आने वाले समय में राष्ट्रीय राजनीति को भी प्रभावित कर सकता है। उत्तर प्रदेश की दो महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों पर सपा और बिहार की एक लोकसभा सीट पर राजद की जीत से सबसे बड़ा फायदा विपक्ष को यह हुआ है। इससे उसके टूट रहे हौंसलों को बल मिला है। उत्तर प्रदेश की दोनों महत्वपूर्ण सीटों पर जिस प्रकार सपा-बसपा ने मिलकर भाजपा को पटखनी दी है, इस प्रकार का फार्मूला भविष्य में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में विपक्ष अन्य राज्यों या राष्ट्रीय
टीटीवी दिनाकरन ने की पार्टी के नाम की घोषणा
तमिलनाडु की सियासत में एक नई पार्टी का नाम जुड़ गया है। एआईएडीएमके के बागी नेता और आरके नगर से निर्दलीय विधायक टीटीवी दिनाकरन ने अपनी नई पार्टी की धोषणा कर दी है। कुछ समय पहले ही उन्होंने अपनी पार्टी बनाने का ऐलान किया था। इस नई पार्टी का नाम ‘अम्मा मक्कल मुनेंत्रा काजघम’ रखा गया है। पार्टी के चुनाव चिंह पर दिनाकरन ने कहा कि हम दो पत्तियों के निशान को लेने की कोशिश करेंगे। लेकिन जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक हम प्रेशर कुकर के निशान का ही इस्तेमाल करेंगे। दिनाकरन ने यह भी कहा कि नए नाम और पार्टी के झंडे के साथ
कांग्रेस ने कराया ताकत का अहसास
संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर आज विपक्षी दलों का रात्रिभोज हुआ जिसमें माकपा, भाकपा तृणमूल कांग्रेस, बसपा, सपा, जदएस, राजद सहित 20 विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।सोनिया के आवास पर हुये इस रात्रिभोज में राकांपा के शरद पवार, सपा के रामगोपाल यादव, बसपा के सतीशचंद्र मिश्र, राजद से मीसा भारती और तेजस्वी यादव, माकपा से मोहम्मद सलीम, द्रमुक से कनिमोझी, और शरद यादव आदि ने हिस्सा लिया। माना जा रहा है कि इस बैठक में विपक्षी एकता को लेकर बातचीत हुयी। सोनिया गांधी के इस रात्रिभोज को लोकसभा चुनाव में राजग के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा खड़ा
चिट फंड संशोधन विधेयक पेश, 36 साल पुराने कानून में बदलाव
लोकसभा में चिट फंड (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया गया जिसके माध्यम से 1982 के चिट फंड अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव किया गया। इसमें चिटों के लिए मैत्री फंड का भी उपयोग करने का प्रावधान है। निचले सदन में वित्त राज्य मंत्री शिवप्रताप शुक्ला ने विधेयक पेश किया। इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर तेदेपा, वाईएसआर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्नाद्रमुक के सदस्यों के भारी हंगामे के बीच ही विधेयक पेश किया जो अपने अपने मुद्दों को लेकर आसन के समीप आकर नारेबाजी कर रहे थे। विधेयक के उद्देश्यों में कहा गया है कि चिट कारोबार का विकास करने तथा