आज़ाद भारत के इतिहास मे ये पहला मौका देखने को मिला है जब ईद की चाॅद रात है और देश की बाज़ारो मे सन्नाटा पसरा हुआ है ये भी आज़ाद भारत मे पहली बार ही देखने को मिला है कि रमज़ान के पूरे महीने मे मस्जिदो मे ताले पड़े रहे और आम नमाज़ियो ने रमज़ान के मुबारक महीने मे एक भी नमाज़ मस्जिदो मे बा जमात अदा नही की । ये भी इतिहास मे शायद पहली बार ही देखने को मिला होगा कि रमज़ान का पूरा महीना गुज़र गया और कही किसी ने एक भी रोज़ा अफतार पार्टी का अयोजन
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कोविद 19 से बचाव के लिए चित्रकला के माध्यम से लोगो को जागरूक करेगा पत्रकार एसोसिएशन
8 घंटे की कड़ी धूप में कैसरबाग के ऐतिहासिक चौराहे पर राकेश प्रभाकर की टीम ने बनाई कलाकृति ए0डी0एम और ए0सी0पी0 ने कोरोना वारियर्स के चित्रों पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया तथा कई कोरोना योद्धाओं को किया सम्मानित लखनऊ । उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के तत्वाधान में चित्रकला के माध्यम से कोरोना महामारी से जन मानस को जागरूक करने के लिए कैसरबाग के मुख्य चौराहे पर एक विशाल चित्र बनाकर वर्तमान में हॉटस्पॉट बने केसरबाग सहित पूरे लखनऊ को जागरूकता संदेश दिया गयाष्। यह चित्र क्रिएटिव आर्टिस्ट राकेश प्रभाकर एवं उनकी टीम द्वारा बनाया गयाष्है
आज़ाद भारत के इतिहास मे पहली बार मस्जिदो मे नही हुई अलविदा की नमाज
कोरोना वायरस के खतरें की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन के दौरान आज़ाद भारत के इतिहास मे ये पहला अलविदा जुमा था जब पूरे देश मे कही भी किसी भी मस्जिद मे मुसलमानो ने रमज़ान माह के आखिरी जुमे को अलविदा की नमाज़ पूरे बा जमात अदा नही की गई। रमज़ान के आखिरी जुमे को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे अलविदा की नमाज़ को लेकर पुलिस पहले से ही मुस्तैद नज़र आई हालाकि मुस्लिम धर्म गुरूओ ने पहले ही ये एलान कर दिया था कि लाक डाउन के दौरान किसी भी मस्जिद मे कोई नमाज़ अदा
पुराने लखनऊ मे बन्द रहे बाज़ार
देश के साथ साथ लखनऊ की जनता भी पिछले 58 दिनो से लाक डाउन का पालन कर रही है और शहर के बाज़ार पिछले 57 दिनो तक बन्द रहे लेकिन 58वें दिन से ज़िलाधिकारी ने शहर के कुछ बाज़ारो को छोड़ कर कई बाज़ारो को नियम के तहत खोले जाने के आदेश दिए थे। पुराने लखनऊ का सबसे महत्वपूर्ण अमीनाबाद , नज़ीराबाद नख्खास और चाौक इलाका लाक डाउन के 58वें दिन भी पूरी तरह से बन्द रहा। लखनऊ के लोगो को ये उम्मीद थी कि बाजार खुलेेगें तो उनका रोज़गार शुरू हो जाएगा लेकिन ज़िलाधिकारी ने कुछ बाज़ारो को न
दो महीने बाद नख्खास में लगाई बुजुर्ग महिला ने चूड़ी की दुकान नाम मात्र हुई बिक्री
ठेले पर चूड़ी बेच कर अपने परिवार का भरण पोशण करने वाली कैम्पवेल रोड निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला बानो ने लाक डाउन के 57वें दिन नख्खास मार्केट के बाहर अपना चूड़ी का ठेला लगाया था । बानो ने 21 मार्च के बाद आज चूड़ी बेचना शुरू की है। ठेले पर 10 रूपए दर्जन रंग बिंरगी चूड़ियंा बेच रही बुजुर्ग चूड़ी की दुकानदार बानो कहती है कि वो पिछले 27 वर्षो से नख्खास के करीब अकबरी गेट के पास चूड़ी ठेले पर बेच रही है इन 27 वर्षो मे ऐसा पहली बार हुआ जब लगातार दो महिनो तक उनका कारोबार
दिव्यांग की तेज़ धूप की मेहनत ने दिया संकेत ऐसे ही तो बनेगा आत्म निर्भर भारत
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्म निर्भर भारत की बात कही थी उनके द्वारा बोले गए इस महत्वपूर्ण शब्द पर पूरी तरह से खरा उतरता लखनऊ का एक दिव्याग देखा गया । चलने फिरने से मजबूर ट्राई साईकिल के सहारे चलने वाले दिव्याग को अपनी ट्राई साइकिल पर घर मे बने मास्क को बेचते हुए लखनऊ के चाौक चाौराहे पर देख कर वहां से गुज़र रहे कई लोगो ने उस आत्म निर्भर दिव्यांग से मास्क खरीद कर उसका मनोबल बढ़ाया। लाक डाउन लागू होने के बाद दवा की दुकानो पर 15 रूपए कीमत मे बिकने वाला मास्क लोगो ने 70
शहर की सीमाओ पर पुलिस की निगरानी जारी प्रवासी मज़दूरो को पुलिस ने बाटा खाना पानी
कोविड 19 कोरोना वायरस के खतरे के बीच एक शहर से दूसरे शहरो की तरफ जा रहे प्रवासी मज़दूरो को रोकने के लिए सील की गई शहर की सभी सीमाओ पर लखनऊ पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ डटी हुई है। शहर की सीमाओ पर चाौबीसों घण्टे निगरानी कर रहे पुलिस के आला अफसर भी डटे हुए है इस दौरान शहर की सीमाओ मे दाखिल होने वाले भूखे प्रवासी मज़दूरो के भोजन पानी और बिस्कुट के पैकेटो का भी पुलिस की तरफ से इन्तिज़ाम किया जा रहा है। शहर की सीमाओ पर गैर जनपदो से आने वाले प्रवासी श्रमिको को सुरक्षित
लाक डान के 53वे दिन भी लखनऊ में रही काफी चलह पहल
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश मे लागू किए गए सम्पूर्ण लाक डाउन के बाद 40 दिनो तक उत्तर प्रदेश की जो राजधानी सन्नाटे मे थी उस राजधानी लखनऊ की सड़को पर लाक डाउन का दूसरा चरण शुरू होते ही 41वें दिन से भीड़ बढ़ती देखी जा रही थी । राजधानी लखनऊ मे अनेक हाट स्पाट है और करीब 3 सौ मरीज़ो मे अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि भी हो चुकी है बाजूद इसके लखनऊ मे लाक डाउन का पालन किस तरह से हो रहा है ये लखनऊ की सड़के खुद बयान कर रही है।
नही निकला ताबूत का जुलूस घरो मे मनाया गया हज़रत अली अ0स0 की शहादत का ग़म
21 रमज़ान की सुबह सआदतगंज स्थित नज़फ इमाम बाड़े से हज़रत अली की शहादत के मौके पर निकाला जाने वाला ताबूत का जुलूस इस बार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन के कारण नही निकाला गया और न ही हज़रत अली अ0स0 के ताबूत का सजाया गया। 21 रमज़ान की सुबह नजफ इमाम बाड़े से ताबूत का जुलूस न निकलने से शिया समुदाय मे बेहद अफसोस देखने को मिला । हज़रत अली अ0स0 की शहादत के मौके पर नज़फ इमाम बाड़े मे हज़ारो का मजमा एकत्र होकर हज़रत अली अ0स0 के ताबूत को जुलूस की
46 दिन बाद कोरेन्टीन सेन्टर से घर भेजे गए कोरोना से ठीक हुए 66 मरीज़
लखनऊ के कोरन्टीन सेन्टर मे मौजूद 66 लोगो को आज सुन्नी मजलिसे अमल और सहाबा एक्शन कमेटी के प्रयास से उनके घरो को रवाना कर दिया गया। लखनऊ के विभिन्न इलाको मे मिले कारेानेा वायरस के 66 मरीज़ो को इलाज के बाद कोरेन्टीन सेन्टर मे रख्खा गया था हालाकि ठीक हुए इन 66 मरीज़ो की कोरेन्टीन की अवधि पहले ही समाप्त हो चुकी थी लेकिन इनहे कारेन्टीन सेन्टर से मुक्ति नही मिल रही थी। सुन्नी मजलिसे अमल के महासचिव मौलाना अब्दुल वली फारूकी और सहबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे